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________________ नहो मणुयहो रक्खसहु ण अंतरु मण्णिजाइ बुहेण णिहणियपरु ।। मुइउ छिविवि सुज्झइ कयण्हाणउ तहो पलु भक्खह णरु णं दाणउ ॥पत्ता ॥ जो ढोयहि पयहि गसंति णरा मारहि अणुमण्णहि वहहि 16 समभाइय ते सयल वि भणिया गरयावासहि दुहु सहहि ॥१४॥ ॥ सुंदरी ॥ मंसासणु जं आयमवेयहि दूसियउ रमणालोलिहि तं पुणु पच्छा ववसियउ . . . .... ...... .. लजइ सत्थु मुएविणु दोरह हणिवि पसु पलु भक्खद्द तहो पयडिवि सग्गहो गमणमिसु ॥ छ॥ मंमासिउ पारद्विहि हिंडड जं जं जीउ णियह तं खंडइ जमु जिह बालु वुद्ध णवि छंडइ बहु वीसासोवायइ मंडइ णियसुए जायमत्त मुए रोवह पाय पसारिवि अणुदिणु सोवह पसुबालइ अवराहविमुक्कड णिहउ विद्धंसह सदवक्कड़ II. णित्तिम् - निर्दयः; C. - निर्दयः; पासइ - भक्षति. 15. The following are numbered : (१) ढोयहि; (२) पहि; (३) गसंति; (४) णर मारहिं; (५) अणुमंण्णहि; (६) वहहि. Xv2. ववसियउ - व्यापारितः, भक्षितः. 5. मंसासिउ - मांसलंपटः. 6. वीसासोवायइ - विश्वासोपायानि. 7. मुइ - मृते. 8. अवराहविमुक्कइ - निर्दोषाणि; सदवका - जं. 13. B. "हो वुहेहिं: C. Jहेहि. I. A. मुव उच्छिवि मुज्झइ कण्हाणउ; B. मुइट छिविवि सुज्झइ कयण्हाणउं; C. मुयउच्छुइ विमुज्झइ कयण्हाण उ. 15. B. ढोयहें पयहें णर मारहिं अणुमण्णहिं कहहिं; C.जे; हिं; हिं; हिं; हिं; कहहि. 16. B. भणिय; सहहि; C. वासहि; सहहिं. [Kadavaka 15.] 1. BC. 'हिं. 2. B. हिं; C. लोलहिं. 3.A. लाजुइ; मुएविण: B. लजए: मुएविणु चोरइ हणेवि; C. लज्जई; मुएविणु दारह हणइ पमु. 4. BC. भक्खहिं; B. पयडेवि. 5. B. पारुद्धिहिं. 6. B. जह वाल वुड ई. 7. A. णियमुइ जायवत्ति; अणुसोसेवइ; B. सुए जायमत्ते मइ; पसारेवि अणुदिणु सोयइ. 8. A. सदवकर B. "ई; °ई; ई; सदवकई;
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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