________________
उदाहरण
ऽऽऽ ॥ऽऽ ।।ऽ ऽ ऽ ।। ।। ।। 5 5 उम्मगं परिचत्ता जिणमगे जो दु कुणदि थिरभाव। ऽ ।।।। ऽ ऽ॥ ।।।।।। ऽ ।ऽ ऽ ऽ सो पडिकमणं उच्चइ पडिकमणमओ हवे जम्हा।।
SsIl 555 1155 51511155 जो पस्सदि अप्पाणं समभावे संठवित्तु परिणाम। ऽ ऽ।।।। ।। ।।।। 5 । ॥ 5 आलोयणमिदि जाणह परमजिणंदस्स उवएस।
555 ।।ऽऽ रायादीपरिहारे ऽ ऽ।ऽ । ऽ ऽ सो जोगभत्तिजुत्तो
5 55 5 । ऽ।55 अप्पाणं जो दु जुंजदे साहू।
।ऽ । ।।।5 5 5 इदरस्स य किह हवे जोगो॥
5 1151155 अंतरबाहिरजप्पे 55151 511 जप्पेसु जो ण वइ
ऽ । ऽ । ऽ ।।। ऽ ऽ जो वइ सो हवेइ बहिरप्पा। 5 511 51555 सो उच्चइ अंतरंगप्पा॥
(186)
नियमसार (खण्ड-2)