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पाठ 4 = पउमचरिउ
जिओ सि
एक्कन्तरु
भमरावलिहि
जलोल्लि
समरङ्गणे
सरणाइय
दसासहो
सउणाहारें
पाठ 5 = पउमचरिउ
सोक्खुप्पत्ती
· कालान्तरेण
लवकु
वणन्तरे
कुलुग्गयहे
डहेवि
पाठ 6. = महापुराण
थियमिह
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पृष्ठ
संख्या
= 42
=
=
=
€ 45
=
43
= 50
=
= 50
47
=
ठ ठ
=
333
53
पृष्ठ
संख्या
53.
= 56
58
61
= 61
63
= 65
पृष्ठ संख्या
= 66
णिच्चलंगयं
जेणेयहु
तेओहामियचंददिणेसहं
पणविज्जइ
डहिवि
ढोयवि
जेणेह
पाठ 7 =
महापुराण
काला लु
परमुण्णइ
तुहुप्परि
रणगणि
बाणावलि
पाठ 8 =
"
महापुराण
महुरक्खरेहिं
रामाहिराम
मेल्लवि
हंसावलि
अपभ्रंश व्याकरण: सन्धि-समास - कारक (9)
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||
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66
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67
67
72
पृष्ठ
संख्या
75
75
77
79
79
84
84
888
= 89
पृष्ठ संख्या
= 93
= 94
= 95
= 96
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