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शासन सम्राट : जीवन परिचय.
महाराजश्री का जन्म महुवा में और उनका कालधर्म भी महुवा में हुआ । उनके देह का अवतरण कार्तिकसुद प्रतिपदा शनिवार दिन में बीस घडी और पन्द्रह पल में हुआ था । उनके देह का विसर्जन भी कार्तिक सुद प्रतिपदा (एकम्) शनिवार के दिन बीस घडी और पन्द्रह पल के समय हुआ । ऐसा योगानुयोग किसी विरल व्यक्ति के जीवन में देखने को मिलता है ।
इस तरह महाराज श्री विजयनेमिसूरिश्वरजी का जीवन अनेक घटनाओं से पूर्ण है । एक व्यक्ति अपने जीवन काल के दौरान स्वयं अकिंचन रहकर कड़क संयमपालन करते हुए अनेक को प्रतिबोध देकर शासनोन्नति का कैसा और कितना भगीरथ कार्य कर सकता है वह महाराजश्री के प्रेरक पवित्र जीवन पर से देखा जा सकता है ।
उस भव्यात्मा का स्मरण भी हमारे लिए उपकारी बनता है । उन्हें कोटि कोटि प्रणाम ।