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________________ २४८) योग सूत्र : (आ. हेमचंद्र) समाधिपाद सू.२ २४९) क) योग सूत्र : (हेमचंद्राचार्य) साधन पाद, सू. २९ ख) मंत्राधिराज : (भद्रगुप्त विजयजी) भा.२, पृ. ३२९ २५०) जैन धर्म की मौलिक उद्भावनाएँ - पृ. १४० २५१) योगसूत्र, साधन पाद - सूत्र ३३१ २५२) नमो सिद्धाणं पद : समीक्षात्मक परिशीलन : (डॉ. धर्मशीलाजी महाराज) पृ.५० २५३) योगसूत्र - साधन पाद - सूत्र - ३२ २५४) आसन - प्राणायाम - मुद्रा बंध पृ. ६१ २५५) अपना दर्पण, अपना बिंब - पृ. ५५ २५६) योगसूत्र : (हेमचंद्राचार्य) विभूतिपाद सूत्र १ २५७) योगसूत्र : (हेमचंद्राचार्य) विभूतिपाद सूत्र २ २५८) त्रैलोक्य दीपक : महामंत्राधिराज - पृ. ५१५ २५९) क) योगसूत्र : (हेमचंद्राचार्य) विभूतिपाद - सू. ३ ख) नमो सिद्धाणं पदः समीक्षात्मक परिशीलन : (डॉ. धर्मशीलाजी महाराज, एम. ए., पी.एच.डी) पृ. ९४-९७ २६०) प्रज्ञापना सूत्र : सूत्र १२-२ उसकी टीका २६१) क) आराधनानी वैज्ञानिकता पृ. १२२ ख) सचित्र जैन तत्वदर्शन - भा २, पृ. ४९ २६२) मीठी मीठी लागे छे महावीर नी देशना : (ले. मुनि प्रकाशचंद्रजी) पृ. २३९ २६३) धवला : (कुंदाकुंदाचार्य) अ.१, गा. १ २६४) धवला : (कुंदकुंदाचार्य) अ.१, गा. ४ २६५) धवला : (कुंदकुंदाचार्य) अ.१, गा. १३६ २६६) क) पंचसंग्रह प्राकृत अधिकार अ.१, गा. १८३ ख) धवला : (कुंदकुंदाचार्य) अ. २, गा. ४८ २६७) क) गोम्मट सार : (कुंदकुंदाचार्य) जीवकांड - अ.२, गा. ६ (३१२)
SR No.002297
Book TitleJain Dharm ke Navkar Mantra me Namo Loe Savva Sahunam Is Pad ka Samikshatmak Samalochan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorCharitrasheelashreeji
PublisherSanskrit Bhasha Vibhag
Publication Year2006
Total Pages350
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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