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दशवैकालिक सूत्र (मधुकर मुनि) अ. १ वृत्ति
ख) वीतरागनी दृष्टि (ले. आप्तपुत्र डॉ. शैलेष मेहता) पृ. १७ १८५) नमस्कार मंत्र सिद्धि : (ले. धीरजलाल शाह) पृ. २४४ १८६) क) ज्ञानार्णव : (डॉ. स्वाधी दर्शनलता) पृ. १६३
ख) जैन धर्म में तप: ( मरूधर केसरी मिश्रीमलजी महाराज) पृ. ४७१, ४७२ ग) ठाणांक सूत्र - सूत्तागमें : (सं. पुष्पभिक्खु) भाग १, ३,१ पृ. २२४ १८७) नमस्कार निष्ठा - पृ. ७९
१८८) पंच परमेष्ठी नमस्कार स्तव - श्लोक - १-५ नमस्कार स्वाध्याय ( संस्कृत - विभाग) पृ. १८३
१८९) क) अरिहंत: स्वरुप साधना आराधना - पृ. ५५
ख) योग प्रयोग आयोग : (ले. डॉ. मुक्तिप्रभाजी) पृ. २०७ ग) समीक्षण ध्यान एक मनोविज्ञान : (ले. आ. नानेश) पृ. १०६ घ) मंत्राधिराज भाग ३ : (ले. भद्रगुप्त विजयजी) पृ. ६९७-६९९ १९०) जिणधम्मो ( आ. नानेश) पृ. ७७२
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१९१) क) आवश्यक सूत्र : ( युवाचार्य मधुकरमुनि) प्रथम अध्याय - ख) गुरुदेवनी गोद : ( उत्तमकुमार मुनि) पृ. ९१
- पृ. ८ - १०
१९३
१९२) तीर्थंकर मासिक - णमोकार मंत्र - विशेषांक - २ जनवरी पृ. ८१ क) युवाचार्य श्री मधुकर मुनि स्मृति ग्रंथ - पृ. २६ ख) कथाशिल्प एक समीक्षा : (श्री. मधुकर मुनिजी) पृ. २७ ग) जैन कथाएँ : (पू. आ. देवेंद्र मुनिजी शास्त्री) भाग १-२-३ १९४) क) प्रकीर्णक - धर्मदूत - मासिक सन् १९९९
ख) जैन कथामाला भाग १ : (सं. श्री. मधुकर मुनिजी) पृ. १२ १९५) क) सचित्र नमोकार महामंत्र : ( श्री चंदसुराणा )
ख) बड़ी साधु वंदना : (डॉ. पद्ममुनि) पृ. ८४-८७ ग) मंत्राधिराज भाग ३ : (भद्रंकर विजयजी - पृ. ३०३
१९६ क ) सचित्र णमोकार महामंत्र : (श्रीचंद सुराणा ) ख) श्रीपाल चरित्र : ले. पू. चोथमलजी महाराज
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