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________________ (२) श्रावरण ( श्राषाढ़ ) वद ६ रविवार दिनांक ३१-७-८३ को दूसरा एकासरणां शा ० लालचन्दजी धनाजी की ओर से हुआ । (३) श्रावण ( श्राषाढ़ ) वद ७ सोमवार दिनांक १-८-८३ को तीसरा एकासरणां श्रीसंघ की तरफ से हुआ । ( ४ ) श्रावरण ( आषाढ़ ) वद ८ मंगलवार दिनांक २-८-८३ hi बिल संघवी श्रीदेवीचन्द श्रीचन्दजी की ओर से हुआ । ( ५ ) श्रावण ( आषाढ़ ) वद 8 बुधवार दिनांक ३-८-८३ को एकासरणां श्रीमती कंकुबाई जवानमलजी की तरफ से हुआ । ( ६ ) श्रावण ( आषाढ़ ) वद १० गुरुवार दिनांक ४-८-८३ को एकासरणां शा ० बाबूलाल हिन्दुजी की ओर से हुआ । ( ७ ) श्रावण ( आषाढ़ ) वद ११ शुक्रवार दिनांक ५-८-८३. को एकासरणां श्रीसंघ की तरफ से हुआ । ( ८ ) श्रावण ( आषाढ़ ) वद १२ - १३ शनिवार दिनांक ६-८-८३ को भी एकासरणां श्रीसंघ की ओर से हुआ । ( 2 ) श्रावण ( आषाढ़ ) वद १४ रविवार दिनांक ७-८-८३ को आयंबिल शा ० भीमराज चमनाजी की तरफ से हुआ । श्रीनमस्कार महामन्त्र तप की नौ दिन की आराधना विधिपूर्वक पूर्ण हुई । ( ५ ) अट्टम तप का प्रारम्भ श्रावरण सुद ४ शुक्रवार दिनांक १२-८-८३ को श्रीशंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु का अट्ठम तप (तेला) प्रारम्भ हुआ । उसमें अट्ठ ( 92 )
SR No.002288
Book TitleSiddhachakra Navpad Swarup Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandir
Publication Year1985
Total Pages510
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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