SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 62
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जलंदर जागृतता बढाने जुकाम ट, ठ, ड, ढ, ण जलोदरनाशक मुद्रा, जलसुरभि मुद्रा आकाशमुद्रा, प्राणमुद्रा सूर्यमुद्रा, लिंगमुद्रा, आचार्यमुद्रा टी.बी. टोन्सील ठंड दूर करने डायबिटीस डायारिया डीहाईड्रेशन त, थ, द तनाव दूर करने सूर्यमुद्रा, लिंगमुद्रा उदानमुद्रा, शंखमुद्रा लिंगमुद्रा, सूर्यमुद्रा प्राणमुद्रा के साथ अपानमुद्रा, मुनिमुद्रा वायुमुद्रा, अपानमुद्रा वरुणमुद्रा तम्मर दूर करने त्वचा के दर्द थकान ज्ञानमुद्रा, सूर्यमुद्रा, ध्यानमुद्रा, उदानमुद्रा, अर्हमुद्रा, शून्यसुरभिमुद्रा शून्यमुद्रा वरुणमुद्रा, जलसुरभिमुद्रा प्राणमुद्रा, पृथ्वीमुद्रा सूर्यमुद्रा, शंखमुद्रा, सहजशंखमुद्रा, उदानमुद्रा सूर्यमुद्रा, लिंगमुद्रा वरुणमुद्रा पृथ्वीमुद्रा, प्राणमुद्रा आकाशमुद्रा, अपानमुद्रा, मृगीमुद्रा थायरोईड दमा दादर दुर्बलता दांत घ, न ध्यान में प्रगति ज्ञानमुद्रा, ध्यानमुद्रा, तत्त्वज्ञानमुद्रा, ज्ञानध्यानमुद्रा, ज्ञानवैराग्य मुद्रा बोधिसत्त्वमुद्रा, प्राणमुद्रा, आकाशमुद्रा, उदानमुद्रा शंखमुद्रा, अपानमुद्रा, सहजशंखमुद्रा नाभि के दर्द ५५
SR No.002286
Book TitleMudra Vignan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNilam P Sanghvi
PublisherPradip Sanghvi
Publication Year
Total Pages66
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy