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________________ ४३. अष्टाध्यायी-(मूल) शुद्ध संस्करण । मूल्य ३-०० ४४. अष्टाध्यायी-भाष्य-(संस्कृत तथा हिन्दी)श्री पं०ब्रह्मदत्त जिज्ञासु कृत । प्रथम भाग २४-००, द्वितीय भाग २०-००, तृतीय भाग २०-०० । ४५. धातुपाठ-धात्वादिसूची सहित, सुन्दर शुद्ध संस्करण। ३-०० ४६. वामनीयं लिङ्गानुशासनम्-स्वोपज्ञ व्याख्यासहितम् । ५-०० ४७. संस्कृत पठन-पाठन की अनभूत सरलतम विधि-लेखक-श्री पं० ब्रह्मदत्त जिज्ञासु । प्रथम भाग १०-००, द्वितीय भाग (यु०मी०) १०-०० । । ४८. The Tested Fasiest Method of Lerning and Teaching Sanskrit (First Book)-यह पुस्तक श्री पं० ब्रह्मदत्त जी जिज्ञासु कृत 'विना रटे संस्कृत पठन-पाठन को अनुभत सरलतम विधि' भाग एक का अंग्रेजी अनुवाद है। अंग्रेजी भाषा के माध्यम से पाणिनीय व्याकरण में प्रवेश करने वालों के लिये यह आधिकारिक पुस्तक है। कागज और छपाई सुन्दर, सजिल्द २५-००।। - ४६. महाभाष्य -हिन्दी व्याख्या (द्वितीय अध्याय पर्यन्तं)पं० यु०मी० । . प्रथम भाग ५०-००, द्वितीय भाग २५-००, तृतीय भाग २५-०० । :५०. उणादिकोष-ऋ० द० स० कृत व्याख्या, तथा पं० य० मी० कृत टिप्पणियों, एवं ११ सूचियों सहित । अजिल्द १०-००, सजिल्द १२-०० ५१. दैवम् पुरुषकारवात्तिकोपेतम्-लीलाशुक मुनि कृत १०.०० ५२. भागवृत्तिसंकलनम् -अष्टाध्यायी की प्राचीन वृत्ति ६-०० ५३. काशकृत्स्न-धातु-व्याख्यानम्-संस्कृत रूपान्तर । यु०मी० १५-०० ५४. काशकृत्स्न-व्याकरणम्-सम्पादक य० मी०। ६०० ५५. शब्दरूपावली विना रटे शब्द रूपों का ज्ञान कराने वाली २-०० ५६. संस्कृत-धातुकोश-पाणिनीय धातुओं का हिन्दी में अर्थ निर्देश । सम्पादक युधिष्ठिर मीमांसक । .. मूल्य १०-०० - ५७. अष्टाध्यायी-शुक्लयजःप्रातिशाख्ययोर्मतविमर्शः-डा० विजयपाल विरचित पीएच० डी० का महत्त्वपूर्ण शोध-प्रबन्ध (संस्कृत) । सुन्दर छपाई उतम कागज बढ़िया जिल्द सहित। मूल्य ५०-०० अध्यात्म-विषयक ग्रन्थ ५८. तत्त्वमसि-अद्वैतमीमांसा -स्वा० विद्यानन्द सरस्वती मूल्य ४०-०० ५६. ईष-केन-कठ-उपनिषद्-श्री वैद्य रामगोपाल शास्त्री कृत हिन्दी अंग्रेजी व्याख्या सहित । मूल्य-ईशो० १-५०; केनों० १-५०; कठो०३-५०
SR No.002282
Book TitleSanskrit Vyakaran Shastra ka Itihas 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYudhishthir Mimansak
PublisherYudhishthir Mimansak
Publication Year1985
Total Pages770
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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