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________________ (xvii) - मूल तथा टीका व्याख्या में आधार भूत आगम पाठों की नामवली | स० क्र० नाम आगम सर्ग श्लोक क्र. नाम आगम सर्ग श्लोक संख्या संख्या स० संख्या संख्या १ प्राचीन गाथा २१ २४ स्थानक-२ २ वृहत् क्षेत्र समास वृति २१ ६३ | २७ जीवाभिगम सूत्र २३ ३ प्रवचन २१ ६३ / २८ स्थानांग वृति ४ समवायांग सूत्र की टीका २१ ६३ / २६ स्थानांग सूत्र २३ २४ ५ स्थानांग वृति २१ . ६३ | ३० स्थानांग वृति २३ ६ प्रवचन सारोद्धार - २१ ६७ (अभय देव सूरि कृत) ७ जीवाभिगम सूत्र वृति . २१ . ७७| ३१ द्वीप सागर प्रज्ञप्ति संग्रहणी २३ २४ ८ क्षेत्र समास वृति २१ ६१] ३२ क्षेत्र समास सूत्र २३ २६ ६ वृहत् क्षेत्र समास वृति . २१ ६१ ३३ भगवती सूत्र २३ २८ १० जीवाभिगम वृति , १ | ३४ वृहत् क्षेत्र समास वृति २३ ३५ ११ क्षेत्र समास वृति . .२१ ६२ ३५ वृहत् क्षेत्र समास वृति २३ ४२ १२. जीवाभिगम वृति २१. ६२/ ३६ जीवाभिगम सूत्र २३ ४१ १३ जीवाभिगम सूत्र २१. १०१ | ३७ प्राचीन गाथा २३ १४. जीवाभिगम सूत्र २१ १२३ | ३८ जीवाभिगम सूत्रः २३ २०० १५ भगवती सूत्र - २१ १२३ चुतर्थ प्रतिपत्ति १६ भगवती सूत्र की वृति . २१ ३६ प्रवचन सरोद्धार वृति २३ २२६ १७ जीवाभिगम सूत्रः । २१ १६४] ४० प्रवचन सारोद्धार सूत्र २१ २३ २४१ १८ सूर्य प्रज्ञप्ति सूत्र २१ २५५, ४१ जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र २३ २४१ १६ विशेषण वति. .. २१ . २६०/ ४२ समवायांग सूत्र २३ २० सूर्य प्रज्ञप्ति सूत्र | ४३ राज प्रशनीय उपांग वृति २३ २१ जीवाभिगम सूत्र २१ ४४ जीवाभिगम सूत्र २२ प्राचीन गाथा २२ ४५ जीवाभिगम सूत्र २३ प्राचीन गाथा २३ ७६ | ४६ चन्द्र-प्रज्ञप्ति २४ क्षेत्र समास वृति २३ १७३ | ४७ प्राचीन गाथा २५. क्षेत्र वृहत क्षेत्र समास वृति २३ १७२ | ४८ जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति २६ स्थानांग सूत्र वृति २३ २०७| ४६ जीवाभिगम वृति २४ १३ २४ ८
SR No.002273
Book TitleLokprakash Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandrasuri
PublisherNirgranth Sahitya Prakashan Sangh
Publication Year2003
Total Pages620
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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