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चित्रमय प्रस्तुति
परम पूज्य शासन दीपक ज्योतिषाचार्य मुनिराज श्री जयप्रभविजयजी म. क्रिया के पश्चात गुरू परम्परा के साथ प्रवर्तिनी पद की घोषणा करते हुवे ।
गुरूणीजी श्री मुक्तिश्रीजी म. प्रवर्तिनी पद प्रदान करने के बाद
श्री संघ को सम्बोधित करते हुवे बोलते हुवे ।