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चित्रमय प्रस्तुति
गुरूणीजी श्री मुक्तिश्रीजी म. प्रवर्तिनी पद क्रिया में परम पूज्य शासन दीपक ज्योतिषाचार्य
__मुनिराज श्री जयप्रभबिजयजी म. से नंदीसुत्र श्रवण करते हुवे ।
गुरूणीजी श्री मुक्तिश्रीजी म. प्रवर्तिनी पद क्रिया के अंतर्गत आचार्य
श्री हेमेन्द्रसूरिजी म. से वासक्षेप प्राप्त करते हुवे ।