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________________ आरोग्यता देवे जिसे समाज अपने आप में धन्य मानता रहे। 'इसी मंगल कामना के साथ..... जय जिनेन्द्र जय राजेन्द्र (इस आलेख का विवरण पूज्य श्री ज्योतिषाचार्य शासन दीपक मुनिराज श्री जयप्रभविजयजी श्रमण द्वारा प्राप्त) श्री नाथाजी छाजेड श्री मांगीलालजी दत्तक (धर्मपत्नी अ. सौ. मांगीबाई) T निर्मला (पुत्री) श्री बसन्तीलाल डी.जे धर्मपत्नी अ.सौ. श्रीकुँवर महेन्द्र (अ. सौ. प्रेमा) डाक अनिल सुनिल (अ.सौ. उषा) (अ.सौ. शशी सुरभी) दो कन्या (१) मीना (२) अर्चना दो सहोदर भाई श्री मनोहरलाल T रमेशचन्द्र सुरेश राजेन्द्र तिलोक मुकेश शेलेन्द्र (अ.सौ. मनोरमा) 1 संजय प्रस्तुती - कांतिलाल बी. जैन (एडव्होकेट) श्री केशरीमलजी छाजेड़ श्री भागचन्दजी 1 अजय डॉ. स्वतंत्र कुमार (अ.सौ.शशी) 1 आयुष्य 1 एकता प्रकाशचन्द्र (अ. सौ. किरण) | प्रणित ट्रिका
SR No.002268
Book TitleGunanurag Kulak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayprabhvijay
PublisherRajendra Pravachan Karyalay
Publication Year1997
Total Pages328
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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