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परिशिष्ठ
परम पूज्य विश्ववंद्य कलिकाल सर्वज्ञ कल्प सौधर्म बृहत्तपागच्छ नायक तीर्थाधिराज शत्रुन्जयावतार श्री मोहनखेड़ा तीर्थ संस्थापक स्वर्णगिरि, कोरटाजी, तालनपुर तीर्थोद्धारक श्रुताचार्य विश्वप्रसिद्ध अभिधान राजेन्द्र कोष के लेखक गुरुदेव भगवन्त भट्टारक
सरस्वति पुत्र, युग पुरुष योगीराज युगद्रष्टा विरल भूति बुधगणशरण प्रसान्तवप्रु बहूमुखी विद्वान जैनागम प्रज्ञाता प्रभु श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी महाराज साहब के परम पवित्र चरण कमल में सविधि द्वादश वन्दनं-वन्दन ।
श्री मांगीलालजी छाजेड़ राजगढ़ (धार)
हाल निवास धार (म. प्र.)
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सौ. मांगीबाई मागीलालजी छाजेड़ राजगढ़ (धार)
हाल निवासी धार (म. प्र. )