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न्यायमञ्जरी ग्रन्थकारादिसूची
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अक्षपादः . 2,3, 7, 10 / जरनैयायिकः
223 अभियुक्ताः 22, 475 | जैमिनि: 11, 61, 73, 664 अहल्या 612 जैमिनीयाः
259 भाचार्याः 175,210, 218, 220 दिङ्नाग: 189, 235, 29 1, 358, आईताः 8,536, 664
377, 401
612 धर्मकीर्ति: 61, 150, 152, 158, ईश्वरकृष्णः . . 281
235,243, 259,
261, 284, 294, उद्योतकरः
296, 358 कणादः
403 धर्मोत्तराचार्य: 61, 152, 235, कन्दलीकारः 24, 362, 568
236, 285, 294, कमलशीलः
493
299 कापिलाः .536, 664 |
684 | पार्थसारथि: 94. 251,260, 264, कालिदासः
582 |
361, 392, 512),
539 कुमारिल: (भट्टः) 11,13,83,101, 142,208, 223,
232 256, 260, 337, प्रशस्तपादः 276, 362, 403 342,. 353, 359, प्राभाकरः 75, 94, 117, 119, 361, 375, 376,
___124, 163, 351, 381, 539
353,664 कृष्णद्वैपायनः 644 | बाण:
582 कैयटः .
21 | बौद्धाः खण्डदेवः
392 | भट्टः (कुमारिल:) 11, 13, 83, गोविन्दस्वामी
698
101, 142, 208, गौतमः (अक्षपादः) 2, 120, 667
223, 256, 260,
337, 342, 353, गौतमः (धर्मसूत्रकारः) 657
359, 361, 375, गौरमूलक
376, 381, 539 चार्वाका:
9, 75 | भट्टोम्बेक: 120, 141, 251
प्रवरः
8, 75
653
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