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(१०)
केसरि
के लि
कोडहल (ल्ल)
कोह
कोइला
कोउअ
कोडि
कोमार
कोवण
कोसिअ
खग्ग.
खंति
खम
खिप्प
खीर
खुहा
गअ
गउरव
गज्जिअ
गड्डा
गद्दह
गंधव
गयण
गरिहा
गवकुख
गव्विअ
गरुवी
गहवइ
गहत्थि
गामणि
गाव, गावाण, गिव्वाच
मुनि - कस्तूर विजय विनिर्मिता ॥
केसरिन्
केवलिन्
कुतूहल
क्रोध
कोकिला
कौतुक
कोटि
कौमार
कोपन
कौशिक
खड्ग
क्षान्ति
क्षम
क्षिप्रं
क्षीर
क्षुधा
गज
गौरव
गर्जित
गर्ता
गर्दभ
गान्धर्व
गगन
गहाँ
गवाक्ष
गुर्वी
गृहपति
गभस्ति ग्रामणि
ग्रावन्
पुं०
पुं०
न०
गीर्वाण
स्त्री०
न०
स्त्री०
वि०
पुं०
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गर्वित वि०
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स्त्री०
वि०
सिंह
सर्वज्ञ
कौतुक
क्रोध
कोयल
आश्चर्य
अग्रभाग
कुमारीसम्बन्धी
क्रोध
घूड
तरवार
क्षमाकरवी
उचित.
जलदी
दुध
भूख
हाथी
गौरव
गाजेलू
खाडी
गधेड
गान्धर्वगीत
आकाश
निन्दा
झरुखो
अहंकारी
मोटी घरनीस्वामि
किरण ग्रामनोस्वामी
पत्थर
देव, संस्कृतभाषा