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________________ प्रथम संस्करण, जनवरी : १९८८ . प्रेरिका :स्व. प्रवर्तिनी जैन कोकिला समतामूर्ति विचक्षणश्रीजी, म. सा. की सुशिष्या शासनज्योति शतावधानी मनोहरश्रीजी म. सा. एवं विदुषीवर्या मुक्तिप्रभाश्रीजी म. सा. अर्थ सौजन्य :(१) रामसर जि. बाडमेर हाल अहमदाबादनिवासी श्रेष्ठिवर्य शेरमल शंकरलाल मालू. (२) जोधपुर हाल अहमदाबादनिवासी स्व. फूलीबेन मूलचंदभाई की ___ पुण्य स्मृति में श्रेष्ठीपर्यं बाबूभाई सुपुत्र मनुभाई, सोमचंद्र, किशोर गुड़वाले. मूल्य : रू. १००-०० प्राप्तिस्थान :मुनिसुव्रतस्वामि जैन देरासर एवं दादावाड़ी जैन श्वे. खरतरगच्छ ट्रस्ट दादासाहेबना पगलां, नवरंगपुरा, भहमदाबाद-३८०००९. मुद्रक :कांतिलाल डी. शाह " भरत प्रिन्टरी", न्यु मार्केट, पांजरापोल, रिलीफ रोड, अहमदाबाद-१
SR No.002254
Book TitleJain Darshan me Samyaktva ka Swarup
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurekhashreeji
PublisherVichakshan Smruti Prakashan
Publication Year1988
Total Pages306
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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