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जैन दर्शन में सम्यक्त्व का स्वरूप सूत्रकृतांगम् खण्ड ४ -संपा. ओझा अंबिका दत्त
बैंगलोर : शम्भूमल गंगाराम मूथा; प्रथमावृत्ति, १९४०. . स्थानांग सूत्र
-वृत्ति. अभयदेवसूरि
मेहसाना : आगमोदय समिति, १९१८. स्थानांग समवायांग -सम्पादक मालवणिया दलसुख
अहमदाबाद : गुजरात विद्यापीठ, प्रथमावृत्ति, १९५५. । स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा -सम्पादक उपाध्ये ए. एन., शास्त्री कैलाशचन्द्र
आगास : श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, प्रथमावृत्ति, १९६०. UTTARADHYAYANA SUTRA -ED, Jarl Charpentier Uppsala : Archives Detudes, Orientalse Publieespar J=A., Lundell, Vol 18 1922: