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पाठ
१३
(क) अकारान्त क्रियाएँ :
भूतकाल एकवचन
बहुवचन अहं पासीअ = मैंने देखा। अम्हे पासीअ हम सबने देखा। तुमं पासीअ = तुमने देखा। तुम्हे पासीअ= तुम सबने देखा।
सो पासीअ = उसने देखा। ते पासीअ= उन सबने देखा। उदाहरण वाक्य : अहं तत्थ गच्छीअ
= मैं वहाँ गया। . . . तुमं दव्वं इच्छीअ
= तुमने धन को चाहा। सो कल्ल कन्दअं खेलीअ = उसने कल गेंद खेली। अम्हे पोत्थअं पढ़ी
= हम सबने पुस्तक पढ़ी। तुम्हे अज्ज सत्थं सुणीअ = तुम सबने आज शास्त्र सुना। ते रोदिअं भुंजीअ
= उन्होंने रोटी खायी। सा कज्जं करीअ
= उस (स्त्री) ने कार्य किया। सो वागरणं लिहीअ = उसने व्याकरण लिखी। ते कहं कहीअ
___ = • उन्होंने कथा कही। . अम्हे अज्ज पण्हं पुच्छीअ = हमने आज प्रश्न पूछा। .. प्राकृत में अनुवाद करो :
तुम सबने नमन किया। उसने धन ग्रहण किया। तुमने क्या किया? मैंने पुस्तक पढ़ी। हम सब वहाँ दौड़े। वह (स्त्री) कल नाची। उन्होंने सेवा नहीं की। उन (स्त्रियों) ने नहीं जाना । उसने गेंद खेली। उन्होंने प्रतिदिन पूजा की। क्रियाकोश : फास= छूना
उड़े = उड़ना गज्ज = गर्जना
जग्ग= जागना थुण = स्तुति करना तर = तैरना . कलह = झगड़ना
कस्स= जोतना लज्ज= लजाना
खम = क्षमा करना. जण= उत्पन्न करना जूर = खेद करना ढक्क= ढकना
दूस = दूषण लगाना तक्क= तर्क करना पचपकाना दरिस = दिखलाना पहर = प्रहार करना
तिप्प = संतुष्ट होना पत्थर = बिछाना निर्देश : इन क्रियाओं के तीन पुरुषों एवं दोनों वचनों में भूतकाल के रूप लिखो
और उनका वाक्यों में प्रयोग करो।
प्राकृतं स्वयं-शिक्षक