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पाठ
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(क) अकारान्त क्रियाएँ :
वर्तमानकाल. एकवचन
बहुवचन अहं पासामि = मैं देखता हूँ। अम्हे पासामो = हम सब देखते हैं। तुमं पाससि = तुम देखते हो। तुम्हे पासित्था = तुम सब देखते हो।
सो पासइ = वह देखता है। ते पासन्ति = वे देखते हैं। उदाहरण वाक्य:
अहं विज्जालयं गच्छामि मैं विद्यालय जाता हूँ। तुमं जसं इच्छसि
तुम यश को चाहते हो। सो तत्थ कन्दुअं खेलइ वह वहाँ गेंद खेलता है। अम्हे वागरणं पढामो
हम व्याकरण पढ़ते हैं। तुम्हे सत्थं सुणित्था
तुम सब शास्त्र सुनते हो। ते अत्थ भंजति
वे यहाँ भोजन करते हैं। सा किं करइ?
वह क्या करती है? . सा पत्तं लिहइ
वह पत्र लिखती है। ताओ कहं कहन्ति =. वे (स्त्रियाँ) कथा कहती हैं।
ते पण्हं पुच्छन्ति = वे प्रश्न पूछते हैं। प्राकृत में अनुवाद करो : . .हम सब नमन करते हैं। वह धन ग्रहण करता है। तुम क्या करते हो? मैं पुस्तक पढ़ता हूँ। वे सब वहाँ दौड़ते हैं। वह यहाँ नाचती है। तुम सब प्रतिदिन सेवा करते हो। वे (स्त्रियाँ) आत्मा को जानती हैं। वह वहाँ खेलता है। वे भीतर पूजा करते हैं। क्रियाकोश : भण = कहना
आगच्छ = आना पेस = भेजना
कीण = खरीदना जिण = जीतना
बीह = डरना कंद = रोना
पाल = पालन करना जिंघ = सूंघना
सीख = सीखना अड = घूमना
घोस= घोषणा करना गम = व्यतीत होना जंप = बोलना घाय = मारना
दह = जलना चिट्ठ = बैठना
णिम्म = बनाना छुट्ट = छूटना
तुल = तौलना निर्देश : इन क्रियाओं के तीनों पुरुषों और दोनों वचनों में वर्तमान काल के रूप
लिखो और वाक्यों में उनका प्रयोग करो।
प्राकृत स्वयं-शिक्षक