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________________ प्रास्ताविक प्रस्तुत पुस्तक में अध्याय १ अध्याय २ हिन्दी प्रेमाख्यानों का ऐतिहासिक विकास प्रेमाख्यानक: परिभाषा का प्रश्न हिन्दू प्रेमाख्यानकों का संक्षिप्त परिचय सूफी प्रेमाख्यानक प्रेमाख्यानकों में संकेतित प्रेमाख्यान अध्याय ३ हिन्दी प्रेमाख्यानकों का शिल्प चन्दायन ( दाऊद ) की कथानक - रूढ़ियां मंझनकृत मधुमालती की कथानक - रूढ़ियां जायसीकृत चित्ररेखा की कथानक - रूढ़ियां पदमावत में कथानक रूढ़ियां लक्ष्मणसेन - पद्मावती की कथानक रूढ़ियां चतुर्भुजदासकृत मधुमालतीवार्ता की कथानक रूड़ियां छिताईवार्ता की कथानक रूढ़ियां रसरतन की कथानक रूढ़ियां समयसुन्दरकृत मृगावती की कथानक रूढ़ियां समीक्षा अध्याय ४ सूफीकाव्यों में प्रतीक-विधान और भारतीय प्रतीक- विद्या १ २४-९३ २४ ३१ ६६ ९१ ९४-१५१ १२८ १२९ १३० १३१ १३३ १३४ १३५ १३६ १३७. १३८ १५२
SR No.002250
Book TitleApbhramsa Kathakavya evam Hindi Premakhyanak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPremchand Jain
PublisherSohanlal Jain Dharm Pracharak Samiti
Publication Year1973
Total Pages382
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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