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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
भुजा वाली है। उसकी भुजाओं में पुस्तक, उत्पल, कमल और कमण्डलु हैं ।
Nirvani is white in colour and possesses four arms. She is seated on a lotus, and holds a book, a blue Utpal lotus, a lotus and a kamandalu. respectively, in her four hands. (49)
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१७. गंधर्व यक्ष
कुन्थुनाथस्य गन्धर्वो हंसस्थः श्यामवर्णभाक् ।
वरदं नागपाशं चांकुशं वै बीजपूरकम् ॥ ५० ॥
सत्रहवें कुंथुनाथ तीर्थंकर के शासन में गन्धर्व नाम का यक्ष है, वह हंस की सवारी करने वाला और कृष्णवर्ण वाला है । वह चारों भुजाओं में वरदमुद्रा, नागपाश, अङ्कुश और बीजोरा को धारण करता है।
Lord Kunthunath is attended by the yaksha named Gandharva. Gandharva rides on a swan and is dark in colour. One hand is in the Varad position and the remaining three hold a Nagapasha weapon-noosc, a goad and a citron respectively. (50). १७: बला देवी
गौरवर्णा मयूरस्था बीजपूरत्रिशूलने ।
पद्म-मुषुण्ढिका चैव स्याद् बला नाम यक्षिणी ॥ ५१ ॥
बला नाम की यक्षिणी गौर वर्ण की और मोर की सवारी करने वाली । वह चारों भुजाओं में क्रम से बीजोरा, त्रिशूल कमल और मुपुंढी (लोहे के कीलें लगी हुई लकड़ी) धारण करती है ।
White in colour and riding on a peacock is the yakshini named Bala. She has a citron, a trident, a lotus and a mushunddika (a wooden club embellished with round iron nails) in her four hands. ( 51 ).
१८. यक्षेन्द्र यक्ष
अरनाथस्य यक्षेन्द्रस्त्रिनेत्रः शंखवाहनः ।
षण्मुखः श्यामवर्णः स्यान्मातुलिङ्गं शरस्तथा ॥ ५२ ॥ -