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देवतामूर्ति-प्रकरणम् गदा, अभय, अक्ष माला, साँप और बीजोरा को धारण करता है।
The yaksh Trimukh attends on Lord Sambhav. He is dark in colour. His vehicle is a peacock. Trimukh holds a mongoose, a mace, one hand in the Abhay mudra, a rosary, a Naga snake and a citron in his (six) hands. (22).
३. दुरितारि देवी
दुरितारिर्गौरवर्णा यक्षिणी महिषासना। . वरदं चाक्षसूत्रं चाभयं च बीजपूरकम् ॥२३॥ .
दुरितारि नाम की यक्षिणी गौरवर्ण वाली और भैंसा की सवारी करने वाली है। चार भुजाओं में वरद, अक्षमाला, अभय और बीजोरा को धारण करती है।
____ The white-complexioned yakshini Duritari rides a buffalo.. She holds one (right) hand in the Varad .(blessing) mode and has a string prayer-beads in the second; and has one (left) hand in the Abhay position of fearlessness, with a citron in the other. (23).
४. यक्ष नायक
श्यामवर्णो गजारुढ ईश्वरश्चाभिनन्दने । मातुलिङ्गाक्षसूत्रं च अङ्कुशं नकुलं तथा ॥२४॥
चौथे अभिनन्दन भगवान का ईश्वर नाम का यक्ष है। वह कृष्ण. वर्ण का और हाथी की सवारी करने वाला है। वह चार भुजाओं में बीजोरा, अक्षमाला, अङ्कश और न्यौला को धारण करता है।
___The dark yaksha, who rides an elephant, is Ishvar (Yakshnayak), the attendant of Lord Abhinandan. He has a citron, a rosary, a goad and a mongoose, respectively, in his four hands. (24).
४. कालिका देवी
कालिका श्यामवर्णा स्यात् पद्मारूढा चतुर्भुजा। . वरं पाशाकुंशं नागं दक्षिणाधश्च सृष्टित: ॥२५ ॥