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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
If Bhagwan (Vishnu) is depicted on the back of a statue of Garuda holding a chhatra and a kumbha, make the stomach portion of Garuda's statue slightly longer. Adorn Garuda with all the various ornaments and jewels. ( 68 ).
Such is Garuda, the Pannagasana.
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अष्टभुजा वाली हरिमूर्ति -
अष्टबाहोहरेर्मूर्तेरायुधानि वदाम्यहम् । नन्दकश्च गदा बाणः पद्मं दक्षिण- बाहुषु ॥
शङ्खो धनुस्तथा चक्रं खेटकं वामबाहुषु ॥६९
आठ भुजा वाली हरि की मूर्ति के आयुधों को मैं कहता हूँ – दाहिने हाथों में नंदक नाम का खड्ग, गदा, बाण और कमल हैं। बाँये हाथों में शङ्ख, धनुष, चक्र और ढाल हैं ।
"I now speak," (writes Mandan), "about the ayudhas or weapons and attributes of an eight armed,statue of Hari. In the right arms are the Nandak sword, a mace, an arrow, and a lotus, and in the left a conchshell, a bow, a disc and a khetakakam or shield”. (69).
वामनमूर्ति
त्रिविक्रमो नृसिंहश्च दशतालौ प्रकीर्त्तितौ ।
वामनः सप्ततालस्तु विप्रमूर्त्तिः क्वचिद् भवेत् ॥७० ॥ कृष्णाजिनोपवीतः स्याच्छत्रीधृतकमण्डलुः ।
कुण्डली शिखया युक्तः कुब्जाकारो मनोहरः ॥ ७१ ॥
त्रिविक्रम और नरसिंह की मूर्ति दश ताल के मान से बनाना चाहिये । "था वामन की मूर्त्ति सात ताल के मान से और विप्रमूर्ति (ऋषिमूर्ति) भी क्वचित् सात ताल के मान से बनाना । वामनदेव कृष्ण चर्म को धारण करने वाला यज्ञोपवीत पाला है, एक हाथ में छत्र और दूसरे हाथ में कमण्डलु धारण करने वाला है । एवं सर्प और शिखा से युक्त और मनोहर कुबडे के आकार का
बनाना ।