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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
To the right of the door stands Pingal, who holds the Shakti weapon in place of Dandi's kiran, and a kiran instead of the Tamrachudam held by Dandi. Pingal too has the raised forefinger as well as rod of justice (danda) as has been described above for Dandi. (43).
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दक्षिण दिशा के द्वारपाल
तर्जन्यौ द्वे वज्रदण्डौ दधानाऽऽनन्दकः
१
तर्जनीदण्डापसव्यं स भवेदन्तकः शुभः
दोनों हाथ की दो तर्जनी, वज्र और दण्ड को धारण करने वाला आनन्द नाम का द्वारपाल सूर्य की दक्षिण दिशा के द्वार की बाँयी ओर स्थापन करना । ऊपर के शस्त्रों में तर्जनी और दण्ड बाँये हाथों में तथा दाहिने हाथों में करने से अंतक नामक द्वारपाल होता है, वह दाहिनी ओर स्थापन करें ।
पश्चिम दिशा के द्वारपाल
1.
2.
Holding up the forefingers of two hands, and possessing a vajra (or thunderbolt) and danda is the door-keeper Anand, who stands to the left of the southern entrance to a Surya shrine. To the right of the doorway is Antak's place. Antak also has two raised forefingers, and holds the danda and vajra, but in opposite hands to Anand's. (44).
3.
स्मृतः ।
॥ ४४ ॥
द्वे तर्जन्यौ पद्मदण्डौ चित्रो धत्ते स वामतः ।
तर्जनी दण्डापसव्ये विचित्रो दक्षिणे स्थितः ॥४५ ॥
दोनों हाथ की दो तर्जनी, पद्म और दण्ड को धारण करने वाला चित्र नाम का द्वारपाल पश्चिम दिशा के द्वार की बायीं ओर स्थापना करना । ऊपर के शस्त्रों में तर्जनी और दण्ड को चौथे हाथ में तथा दाहिनी ओर तर्जनी एवं पद्म तीसरे हाथ में धारण करने वाला विचित्र नाम का द्वारपाल दाहिनी ओर
मु. तर्जनी द्वौ वक्त्रानां ( ? ) दण्डेनानन्दकः ।
मु समवेदान्तका शुभाः ।
मु. तर्जना द्वौपमनी दण्डं दण्डान्ते चित्रका भवेत् । तर्जनी दण्डापसव्यं स भवेतद्विचित्रकः ।