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चिन्तन हैम संस्कृत-भव्य वाक्य संग्रह (गौण नाम षष्ठी) १०५ पुत्रो हत्ता
२७९. मारो पाडोसी तपस्वी छे २५३. चन्दनाने अभिग्रह हतो | २८०. अमारो समुदाय विशाळ छे २५४. अमर कुमारने श्रद्धा हती । | २८१. मारो भाई वकिल छे २५५. रोहिणीया चौरने परमात्मानी | २८२. मारो कण्ठ मधुर नथी
देशना साम्भळवानी सोगन्ध | २८३. तमारो स्वभाव सरल छे हती
२८४. मारो जन्म दिवस आज छे २५६.चोरने भय छे
२८५. अमारो निर्णय नक्की नथी २५७. गरीबने भूख छ । २८६. तमारो महोत्सव क्यारे छे ? २५८. गुरुदेवने उपवास छ २८७. अमारो बंगलो दूर छे २५९. देवोने दुर्गन्ध नथी २८८. मारो नियम साचो छ २६०. चक्रवर्तीने ६ खण्ड होय छे | २८९. मारो श्लोक काचो छ २६१. साधुने समता होवी जोईए २९०. तमारो दिक्करो आवे छे २६२. रामने बे पुत्र हता
२९१. आमारो विहार हमणां नथी २६३. जनकने एक पुत्री हती। २९२. अमारो क्लास बन्ध छे २६४. रावणने १० मस्तक हतां । २९३. तमारो काँप काढुं ? २६५. देरासरने ३ शिखर छ । २९४.तमारो वैराग्य घणो ज मक्कम २६६. द्रौपदीने ५ पति हतां । २६७. अष्टापदने ८ पगथियां छे २९५. तमारो देश महान् छे । २६८. तेने छ अंगुलि हती २९६. तमारो जमाई केवो छ ? २६९. बोलपेनने केप ( ढाकणुं) हतुं २९७. तमारो दिकरो डाह्यो छे ? २७०. तमारो नोकर चालाक छे २९८./तमारो पैसो नीतिनो छे २७१. तमारो केदी भागे छे २९९. तमारो भाव ऊँचो छ २७२. तमारो पुण्योदय क्यारे जागशे | ३००.अमारो नौकर ईमानदार छे
३०१.मारो कागळ तमने मल्यो हशे २७३. तमारो पडाव क्यां छे ? ३०२. मारो भाई शेर बजारमा जाय २७४. तमारो विचार जाण्यो हतो । २७५. तमारो स्वयंवर क्यारे थयो ? ३०३. तारो सम्बन्धी आव्यो छे २७६. तमारो धर्म महान् होवो जोईए | ३०४.मारो दाण्डो कयो छे ?. २७७. तमारो मित्र विवेकी छे | ३०५. मारो पुण्योदय केवो छ ? २७८. तारे तारो भव सुधारवो जोईए| ३०६. तमारो व्यापार शुं छे ?..