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________________ १४ सुलभधातुरूपकोशः conjugation stould be simi.. All other roots of the 6th larly conjugated. Tenth Conjugation (दशम गण) धीर with अव-- to disregard' . . . Present वर्तमानकाल Imperfect अपूर्णभूतः अवधीरये अवधीरयावहे अवधीरयामहे | अवाधीरये अवाधीरयावहि अवाधी खामहि अवधीरयसे अवधीरयेथे अवधीरयध्वे । अवाधीरयथाः अवाधीरयेथाम् अवाथी रयध्वम् अवधीरयते अवधीरयेते अवधीरयन्ते । अवाधीरयत अवाधीरयेताम अवधीरयन्त . .. Imperative Stra - Potential विध्यर्थ अवधीरयै अवधीरयावहै अवधीरयामहै | अवधरियेय अवधीरयेवहि अवधीरयेमदि अवधीरयस्व अवधीरयेथाम् अवधीरयध्वम् | अवधीरयेथा;अवधीरयेया- अवधीरयेध्वम् अवधीरयताम् अवधीरयेताम् अवर्धार- अवधीरयेत अवधीरयेया- अवधीरयेरन् यन्ताम् । ताम् , तू with नि--' to iestrox' Present वर्तमानकाल Imperier.: अपूर्णभून निदये निपूदयावहे निषूदयामह | न्यद्धये न्यपूदयावहि न्यपूदयामह निषूदयस नियूदयेथे नियूदयध्ये न्यदयथाः न्यपूदयेथाम् न्यदयध्वम् निवृदयते निषूदयेते निषूदयन्ते । न्यपूदयत न्यपूदयेताम् न्यपूयन्त _Imperative आज्ञार्थ Puteatial fêteren निपूय निवृदयावहै निषूदयामहै | निषूदयेय नियूदयेवहि नियूदयेमहि निषूदयस्व निषूदयेथाम् निषूदयध्वम् | निपूइयेथाः निषूदयेयायाम निषूदयेष्वन् निपूदयताम् निषूदयेताम् निप्यन्ताम् | निवृदयेत निषूदयेयाताम् निपूदयेरन्
SR No.002219
Book TitleSulabh Dhatu Rup Kosh Part 01 02 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnaji B Virkar, Kulchandravijay
PublisherJinshasan Aradhana Trust
Publication Year
Total Pages284
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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