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________________ Irregular Difficult Roots | Pres. Part.. वन० धातु विशे० Act. Pass.. कतरि कर्मणि Pot. Pass. Part. विध्यर्थ धातु विशे० भात last Pass. Infini. of Gerund or Part. | Purpose Absolative भतकाल हत्वधक धातु पूर्वकाल० धात. धात विशे० अव्यय अव्यय भूतका श्यत् . शायमान शातव्य, शानीय, शेय शित, शात शातुम् शात्या, शित्वा, (निशाय ) श्वयत् . शूयमान श्वयितव्य, श्वयनीय, शून। श्वयितुम् वयित्वा, (उच्छ्य) श्रेय टीवत् टीव्यमान वितव्य, देवनीय, ट्यूत वितुम विका, प्यूत्वा, ठेव्य (निष्टीव्य) टीव्यत् ॥ " सजत् सज्यमान सदव्य, सञ्जनीय, सक्त , सक्त्वा, (आसज्य) सज्य सज्जत् , सज्य- सज्जितव्य, सजनीय, सजित सन्जित्वा | मान मान सज्ज्य - सहत् सामान महितव्य, सहनीय, सहित सहितुम् सहित्वा, (उत्सह्य) साह्य . साहयत् , साह्य- साहयितव्य, साहनीय, साहित । साहयितुम् । साहयित्वा | °मान मानसाह्य । सीव्यत् सीव्यमान सेवितव्य, सेवनीय, सेवितुम् ! सेवित्वा, स्यूत्वा, (आसीव्य) धावत् स्त्रियमाण. सर्तव्य, सरणीय, . सायं, मृत्य स्यत् सीयमानः सातव्य, सानीय, सित सातुम् सित्वा, (अवसाय) सेन्य स्मृत्वा सेय स्वज- स्वज्य. स्वतव्य, स्वननीय, स्वक्त मान मान स्वज्य स्वमुम् स्वक्त्वा, स्वक्त्वा, . (परिष्वज्य )
SR No.002219
Book TitleSulabh Dhatu Rup Kosh Part 01 02 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnaji B Virkar, Kulchandravijay
PublisherJinshasan Aradhana Trust
Publication Year
Total Pages284
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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