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________________ अनुक्रम ३५१ ३७१ ३८७ ४१७ ४३५ ४४५ ४७९ .४८९ ५०३ ५१५ प्रथम खण्ड • उद्भव और विकास. अध्याय १. सृष्टिवाद २. कालचक्र ३. आदिम युग : अर्हत् ऋषभ ४. अर्हत् पार्श्व द्वितीय खण्ड .महावीर का जीवन वृत्त. १. महावीर और उनका परिवार २. साधना और निष्पत्ति ३. तीर्थकर और तीर्थ प्रवर्तन ४. जीवन प्रसंग तृतीय खण्ड • सम्बोधि. आमुख १. स्थिरीकरण २. सुख-दुःख मीमांसा ३. आत्मकर्तृत्ववाद ४. सहजानंद-मीमांसा मोक्ष-साधन-मीमांसा क्रियाक्रियावाद ७. आज्ञावाद ८. बंध-मोक्षवाद ९. मिथ्या-सम्यग्-ज्ञान-मीमांसा १०. संयतचर्या ११. आत्ममूलक धर्म-प्रतिपादन १२. ज्ञेय-हेय-उपादेय १३. साध्य-साधन संज्ञान १४. गृहस्थ-धर्म प्रबोधन अध्याय १५. गृहिधर्मचर्या पृष्ठ १६: मनःप्रसाद चतुर्थ खण्ड • प्रायोगिक दर्शन. २१ १. समत्व - ३५ २. सम्यक्दर्शन ३. सम्यक्ज्ञान ४. सम्यक्चारित्र ४१ ५. ज्ञान-क्रिया-समन्वय . ५१ ६. धर्मसंघ ८९ ७. जिनशासन १०५ ८. शिक्षा ९. धर्म .. १०. वीतराग साधना १२३ ११. विश्वशांति और निःशस्त्रीकरण १२७ १२. आत्मवाद १३७ १३. कर्मवाद १५९ १४. नयवाद १७५ १५. अनेकांतवाद १८५ पंचम खण्ड २०१ •समणसुत्त २११ १. ज्योतिर्मुख २२७ २. मोक्षमार्ग २३९ ३. तत्वदर्शन . २५३ ४. स्याद्वाद २६७ • परिशिष्ट २८७ १. पारिभाषिक शब्द कोष ३१९ २. प्रयुक्त ग्रंथ सूची ५६७ ५७७ ६०५ ६२५ ६३७ ६७५ ७२५ ७३७ ७५५ ७५७ ७६६ ३३७
SR No.002210
Book TitleAatma ka Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Vishva Bharti
PublisherJain Vishva Bharti
Publication Year2008
Total Pages792
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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