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जैन धर्म दिवाकर, आचार्य सम्राट् श्री आत्माराम जी महाराज : शब्द चित्र
पिता
वंश
जन्मभूमि : राहों
: लाला मनसारामजी चौपड़ा माता
: श्रीमती परमेश्वरी देवी
क्षत्रिय जन्म
विक्रम सं० १६३६ भाद्र सुदि वामन द्वादशी (१२) दीक्षा
: वि.सं. १६५१ आषाढ़ शुक्ला ५ दीक्षा स्थल : बनूड़ (पटियाला) दीक्षा गुरु : मुनि श्री सालिगरामजी महाराज विद्यागुरु ... : आचार्य श्रीमोतीरामजी महाराज (पितामह गुरु) साहित्य सृजन : अनुवाद, संकलन-सम्पादन-लेखन द्वारा लगभग ६० ग्रन्थ आगम अध्यापन : • शताधिक साधु-साध्वियों को। कुशल प्रवचनकार । : तीस वर्ष से अधिक काल तक । आचार्य पद : पंजाब श्रमण संघ, वि.सं. २००३, लुधियाना। आचार्य सम्राट् पद : अखिल भारतीय श्री वर्ध. स्था. जैन श्रमण संघ
सादड़ी (मारवाड़) २००६ वैशाख शुक्ला संयम काल : ६७ वर्ष लगभग। स्वर्गवास
वि.सं. २०१६ माघवदि ६ (ई. १६६२) लुधियाना। आयु
: ७६ वर्ष ८ मास ढाई घंटे। विहार क्षेत्र
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान,
उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि। स्वभाव
: विनम्र-शान्त-गंभीर प्रशस्त विनोद । समाज कार्य : नारी शिक्षण प्रोत्साहन स्वरूप कन्या महाविद्यालय एवं
पुस्तकालय आदि की प्रेरणा। श्री उत्तराध्ययन सूत्रम् | 475 / परिशिष्ट