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नया चिन्तन
महाप्रज्ञ का सह-प्रतिपक्ष का सिद्धान्त महाप्रज्ञ का आत्म-तुला का सिद्धान्त महाप्रज्ञ की सैद्धान्तिक स्थापनाएं 1. जैन दर्शन का स्वतंत्र अस्तित्व 2. . लोक-अलोक की प्ररूपणा 3. जीव और पुद्गल का सम्बन्ध भौतिक या अभौतिक 4. कर्म-परिवर्तन का सिद्धांत 5. स्वभाव परिवर्तन में पुनर्भरण क्रियाविधि 6. . संज्ञाएं (ओघ, लोक) 7. व्यावहारिक परमाणु 8. तेणं कालेण, तेणं समएणं 9. विद्युत : सचित या अचित ?
अस्वाध्याय 11. कल्प-वृक्ष 12. आगमों का रचना काल