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[ १२ ] जैनग्रन्थ
ग्रन्थकार . निबन्ध के पृष्टांक (१३) नय कर्णिका . उ० विनय विजय २६-४४ (१४) अन्ययोगव्यवच्छेदिका हेमचन्द्राचार्य ३३-४४ : (१५) सिद्धहेम व्याकरण " " " ७८ (१६) नयोपनिषत् उ० यशोविजय ७८-१३५ (१७) अनेकांत जयपताका हरिभद्रसूरि ८०-१७५ (१८) षड्दर्शन समुच्चय- मणिभद्र
लघुवृत्तिः (१९) न्यायखंडखाद्य उ० यशोविजय १२८-१६८ (२०) तर्क रहस्य दीपिका गुणरत्न सूरि १३१
(षड्दर्शन समुच्चय टीका) (२१) अष्टक प्रकरण हरिभद्रसूरि १४५ (२२) अध्यात्मसार उ० यशोविजय १४५ (२३) प्रमाण मीमांसा हेमचन्द्राचार्य १४५-१७७ (२४) प्रमेयरत्न कोष चन्द्रप्रभसूरि १७१-१७६ (२५) अष्ट सहस्री स्वामी विद्यानंदी १७४-१७५ (२६) तत्वाथ श्लोक-
१३१ वार्तिकालंकार (२७) पंचास्तिकाय टीका अमृत चन्द्रसूरि ३
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