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/ १०४. नियमसार : कुन्दकुन्दाचार्य; प्रकाशक - जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, हीराबाग बम्बई; १९१६ |
१०५. न्यायकुमुदचन्द्र : प्रभाचन्द्राचार्य ( भाग १-२ ) ; सम्पादकमहेन्द्र कुमार न्यायशास्त्री; प्रकाशक - मंत्री श्री नाथूराम प्र ेमी, माणिकचन्द्र दि० जैन ग्रन्थमाला, हीराबाग, गिरगांव, बम्बई - ४; प्रथमावृत्ति; वी० नि० सं० २४६४ ।
, १०६. न्यायदर्शन ( वात्स्यायन भाष्य सहित ) : सम्पादक - श्री नारायण मिश्र, प्रकाशक - चौखम्भा सं० सीरिज वाराणसी; द्वितीय संस्करण; १९७० ।
१०७. न्यायदीपिका : अभिनव धर्म भूषण; सम्पादक और अनुवादकन्यायाचार्य पं० दरबारीलाल जैन कोठिया; प्रकाशक - वीर सेवा मन्दिर, सरसावा, जिला सहारनपुर; प्रथमावृत्ति; मई १९४५ ।
१०८. न्यायविनिश्चय विवरण : भट्टाकलंक देव सम्पादक - पं० महेन्द्र कुमार जैन, प्रकाशक - - भारतीय ज्ञानपीठ, काशी; प्रथम संस्करण; १९५४ ।
१०९. न्यायसूत्र : गौतम ऋषि
सम्पादक – पं० श्रीराम शर्मा आचार्य, संस्कृति संस्थान, बरेली; प्रथम संस्करण; १९६४ ॥ ११०. न्यायावतार वार्तिक वृत्ति: शान्तिसूरि सम्पादक -- पं० दलसुख मालवणिया प्रकाशक - सिंधी जैन शास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्या भवन, बम्बई, प्रथमावृत्ति, सन् १९४९ । १११. पंचदशी (हिन्दी अनुवाद सहित ) : विद्यारण्य मुनि प्रकाशकरतन एण्ड कं०, बुक सेलर्स, दरीबा कलाँ, दिल्ली ।
११२. पंचसंग्रह (संस्कृत टीका, प्राकृत वृत्ति एवं हिन्दी भूमिका सहित ) : प्रकाशक - भारतीय ज्ञानपीठ काशी; प्रथम संस्करण; सन् १९६० ।
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- ११३. पंचसंग्रह (स्वोपज्ञवृत्ति सहित ) : चन्द्रषि; प्रकाशक- आगमोदय समिति, बम्बई; १९२७ ॥
१४. पंचाध्यायी (पूर्वार्ध - उत्तरार्ध) : पं० राजमल्ल, सम्पादकपं० फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री; वर्णी ग्रन्थमाला, वाराणसी । १५. पंचास्तिकाय (तत्त्वदीपिका तात्पर्यवृत्ति - बालावबोध भाषा
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