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४ : महावीर निर्वाण भूमि पावा : एक विमर्श
श्री खेतान जी ने इस कृति को हमें प्रकाशन हेतु दिया, अतः हम उनके आभारी है । हमें पूर्ण विश्वास है श्री खेतान की यह कृति महावीर के निर्वाण-स्थलके सम्बन्ध में नये अनुसंधानों में विद्वानों का मार्ग प्रशस्त करेगी ।
हमारी प्रकाशन गतिविधियों के केन्द्र बने हुए हैं हमारे निदेशक प्रो० सागरमल जैन । प्रस्तुत कृति के प्रकाशन में उनका सहयोग भी कम महत्त्वपूर्ण नहीं है । अतः हम उनके भी आभारी हैं ।
इस ग्रन्थ की प्रूफ रीडिंग मुख्यतः डा० अशोक कुमार सिंह ने ही की है अतः हम पुनः उन्हें धन्यवाद देते हैं । प्रूफरीडिंग में डा० इन्द्रेशचन्द्र सिंह ने भी सहयोग किया है अतः हम उनके भी आभारी हैं ।
मुद्रण का कार्य वर्द्धमान मुद्रणालय ने पूर्ण किया अत: उनके प्रति भी हम आभार व्यक्त करते हैं ।
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मन्त्री भूपेन्द्रनाथ जैन
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