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२२४ : महावीर निर्वाण भूमि पावा : एक विमर्श २७. (बृहत्) कल्पसूत्र जीवराज घेलाभाई दोशी, सत्यविजय प्रिटिंग
प्रेम, अहमदाबाद सन् १९१४ २८. (बृहद्) कल्पसूत्र भाष्य आत्मानन्द जैन सभा भावनगर गुजरात, १९३५ २९, जयधवला
टी० आचार्य वीरसेन, सं० फूलचन्द्र , महेन्द्रकुमार (कसायपाहुड) भारतीय दिगम्बर जैन संघ, चौरासी मथुरा
१९७४ ३०. तीर्थवन्दन संग्रह (सम्पा०) डा० विद्याधर जोहरापुरकर, जैन
संस्कृति रक्षक संघ सोलापुर, प्र० सं० १९६५ ३१. पाइअ-सद्द-महण्णवो सं० पं० हरगोविन्ददास, प्र० मोतीलाल बनारसी
दास दिल्ली-७ द्वि० सं० १९६३ ३२. भगवती सूत्र अनु० के० सी० ललवानी, जैन भवन, पी० २५
कलाकार स्ट्रीट, कलकत्ता-७, १९८० । ३३. विविधतीर्थ कल्प जिनप्रभसूरि, मुनि जिनविजय, सिंघी जैन ग्रन्थ
माला, ग्र० १०, शान्तिनिकेतन, पश्चिम बंगाल
१९३४ ३४. हरिवंश पुराण (हि० अ०) पन्नालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ
दुर्गाकुण्ड, वाराणसी १९७८ ३५. त्रिषष्टि शलाका हेमचन्द्र, सं० पुण्यविजय, जैन आत्मानन्द सभा पुरुष चरित्र भावनगर सौराष्ट्र, १९५०
पालि ३६. अंगुत्तनिकाय (मूल) सं० भिक्खु जगदीश काश्यप, बिहार राजकीय
पालि प्रकाशन मण्डल, महाविहार, नालन्दा,
पटना १९६० ३७. अंगुत्तरनिकाय (हि० अ०) भाग (१-४) भदन्त आनन्द कौस
ल्यायन, महाबोधि सभा कलकत्ता १९५७ ३८. उदान
(हि० अ०) भिक्षु जगदीशकाश्यप, महाबोधि
सभा, सारनाथ, बुद्धाब्द २४८२ ३९. उदान अट्ठकथा - सं० भिक्षु जगदीश काश्यप, बिहार राज्य, (अजकलापक सुत्त) पालि प्रकाशन मण्डल नव नालन्दा महाविहार,
नालन्दा, पटना, १९५९ ४०. चुल्लवग्ग
(सं०) भिक्षु जगदीश काश्यप, पालि पब्लिकेशन बोर्ड, बिहार गवर्नमेण्ट, नवनालन्दा, महाविहार, नालन्दा पटना, १९५६ ।
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