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फलक ९
चित्र संख्या ६८. वेणु : (पृ० २३१) वेणु या बांसुरी। (व्रजमाधुरी, फलक २, चित्र १) ६९. तूर : (पृ० २३३) तूर या तुरही । (कलकत्ता संग्रहालय, ७६) ७०. मृदंग : (पृ० २३३) मृदंग या मर्दल । (वही, २७९) ७१. घण्टा (अ) : (पृ० २३१) बड़ा घण्टा । (वही, १८५) । ७२. घण्टा (ब) : (पृ० २३१) छोटा घण्टा । (वही, १८३) ७३. आनक (अ) : (पृ० २२८) आनक या नगाड़ा । (वही २०४) ७४. आनक (ब) : (पृ० २२८) एक अन्य प्रकार का आनक या नौवत ।
(वही २०४) ७५. भेरी : (पृ० २३३) भेरी नामक अवनद्ध वाद्य । (वही २६६)
चित्रों के रेखांकन के लिए मैं श्री वीरेश्वर बनर्जी तथा श्री कर्णमान सिंह का आभारी हूँ।
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