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________________ फलक ३ चित्र संख्या ११. किरीट : (पृ० १४०) किरीट धारण किये इन्द्र । (अमरावती० फलक ७, चित्र ८) १२. मुकुट : (पृ० १४१) अजन्ता गुफा १ में वज्रपाणि । बोधिसत्त्व के चित्र में अंकित मुकुट । (अजन्ता, फलक ७८) १३. अवतंस : (पृ० १४१) नीले कमल का बना अवतंस । (अमरावती० फलक ८, चित्र २०) १४. कणिका : (पृ० १४३) पुष्प की पंखुड़ियों को ऊपर की ओर मोड़कर बनाये गये अवतंस । (वही, फलक ७, चित्र १८) १५. कर्णपूर : (पृ०१४२) पत्रांकुर का कर्णपूर । (अजन्ता फलक ३३) १६. कर्णोत्पल : (पृ०१४३) खुली पंखुड़ियों वाला कर्णोत्पल । (वही) १७. कुण्डल : (पृ० १४४) गोल आकार का कुण्डल । (वही), दोहरी लड़ी ___ तथा बाली युक्त कुण्डल । (चित्र १५) १८. एकावली : (पृ० १४४) अजन्ता गुफा १ में वज्रपाणि बोधिसत्त्व के चित्र में मध्यमणि से युक्त एकावली । (वही, फलक ७८) १९. कंठिकाः (पृ० १४६) गले में कण्ठी पहने लक्ष्मी । (अमरावती० फलक ४, चित्र २९) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002134
Book TitleYashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGokulchandra Jain
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1967
Total Pages450
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size16 MB
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