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क्रम
१४. | अयोगी | सयोगी
क्षीणमोह | उपशांतमोह सूक्ष्मसम्पराय
अनिवृत्तिकरण गुणस्थान
के नौ भागों में
अपूर्वकरण
अप्रमत्त
| प्रमत्तसंयत देशविरत अविरत मिश्र सास्वादन
मिथ्यात्व
सामान्य
के नाम
गुणस्थानों
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. मूल-प्रकृतियाँ aair IRRRRRRRRRRRRRRRRRRRIER
उत्तर-प्रकृतियाँ ।। । ।
० ० ० ० | उपशमश्रेणी Jalaika
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5 5 | ज्ञानावरणीय । । in mmmmmmmmmm 0 ० ० ० ० ० ० ० ० ० दर्शनावरणीय
सत्ता सम्बन्धी तालिका
गुणस्थान और कर्मसिद्धान्त
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अन्तरायकर्म
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