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नेमिदूतम्
उपाध्याय, नया संसार प्रेस, भदैनी, वाराणसी के प्रति आभार ज्ञापित करते हैं।
विद्वज्जगत से हमारी यह अपेक्षा अवश्य है कि ग्रन्थ के विषय में अपने मन्तव्यों से अवगत करायें, ताकि हम उनके अभिमतों से लाभान्वित हो सकें।
अप्रैल, १९९४
-भूपेन्द्र नाथ जैन
मन्त्री पू० सोहनलाल स्मारक पार्श्वनाथ शोधपीठ,
वाराणसी
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