________________
२१. प्रवेशद्वार पर उत्कीर्ण मांगलिक स्वप्न एवं देवियाँ, शांतिनाथ मन्दिर परिसर की देवकुलिका, खजुराहो (छतरपुर, म० प्र०), ११वीं शती ई०
२२. २४ तीर्थंकरों के माता-पिता, समतल वितान, शांतिनाथ मन्दिर, कुंभारिया (बनासकांठा, गुजरात), ११वीं शती ई० का उत्तरार्द्ध
For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org