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४८२ : मध्यकालीन राजस्थान में जैनधर्म ६. जैन साहित्य एवं साहित्यकार सम्बन्धी रचनाएँ : १. ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह : अगरचन्द नाहटा द्वारा संपादित, कलकत्ता,
वि० सं० १९९४ २. जैन गुर्जर कवियों : मोहनलाल दुलीचन्द देसाई, भाग १, २ व
३, बम्बई, १९२६, १९३१ एवं १९४४ ३. जैन साहित्य और इतिहास : पं० नाथूराम प्रेमी, बम्बई, १९४२ ४. जैन साहित्य नो संक्षिप्त : मोहन लाल दुलीचन्द देसाई, बम्बई, १९३३
इतिहास ५. दी जैन्स इन दो हिस्ट्री ऑफ : विटरनिट्ज, अहमदाबाद, १९४६
इण्डियन लिटरेचर ६. भारतीय संस्कृति के विकास : भाग १ व २, डॉ. नेमीचन्द शास्त्री, ___ में जैन वांगमय का अवदान वाराणसी, १९८२ ७. राजस्थान का जैन साहित्य : नाहटा, भानावत, कासलीवाल, सेठिया आदि
द्वारा संपादित, प्राकृत भारती, जयपुर, १९७७ ८. राजस्थानी साहित्य की : अगरचन्द नाहटा, राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली, गौरवपूर्ण परम्परा
१९६७ ९. राजस्थान में हिन्दी के हस्त- : भाग २ एवं ४, अगरचन्द नाहटा, उदयपुर,
लिखित ग्रन्थों की खोज १९४७, १९५४ १०. हिन्दी जैन साहित्य का कामता प्रसाद, काशी, १९४७
संक्षिप्त इतिहास ११. हिस्ट्री ऑफ इण्डियन : विटरनिटज, मिसेज केतकर द्वारा अंग्रेजी में लिटरेचर
अनुवाद, २ भाग, कलकत्ता, १९२७ एवं
१९३३ १२. हिन्दी जैन साहित्य परिशीलन, : डॉ० नेमीचन्द्र, भारतीय ज्ञानपीठ
भाग १,२ ७. जैन इतिहास विषयक साहित्य : १. अग्रवाल जाति का इतिहास : चन्द्रराज भंडारी, ब्रह्मलाल सोनी एवं कृष्ण
लाल गुप्ता, भानपुर, १९३७ २. अर्बुदाचल प्रदक्षिणा : जयंत विजय, अहमदाबाद, वि० सं० २००४ ३. एन्शेण्ट इण्डिया, भाग १, २ : त्रिभुवनदास एल० शाह० बड़ौदा, १९३९
एवं ३ ४. एन एपिटोम ऑफ जैनिज्म : नाहर एवं घोष, कलकत्ता, १९३७
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