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४८० : मध्यकालीन राजस्थान में जैनधर्म ४०. समराइच्च कहा : हरिभद्र, जेकोबी द्वारा सम्पादित, बिब्लिओ
थेका इण्डिका, कलकत्ता, १९२६ ४१. संबोध प्रकरण
: हरिभद्र, जैन प्रन्थ प्रकाशक सभा, अहमदा
बाद, वि० सं० १९७२ ४२. सकलतीर्थ स्तोत्र : सिद्धसेनसूरि, गायकवाड, ओरिएण्टल सिरीज,
७६, पृ० १५६ पर प्रकाशित ४३. सत्यपूरिय महावीर उत्साह : धनपाल, जैन साहित्य संशोधक में प्रकाशित
३, वि० सं० १९८३
(३) अभिलेख सम्बन्धी रचनाएँ: १. अबुदाचल प्रदशिणा जैन
लेख संदोह २. कॉरपस इस्क्रिप्शान्स
इण्डिकारम ३. जैन लेख संग्रह, भाग
: जयन्तविजय द्वारा सम्पादित, भावनगर,
वि० सं० २००५ : तृतीय, फ्लीट द्वारा सम्पादित, कलकत्ता,
१८८८ : पूर्णचन्द्र नाहर द्वारा सम्पादित, कलकत्ता,
१९१८, १९२९ : मुनि जिनविजय द्वारा सम्पादित, भावनगर,
१९२१ : हीरालाल जैन द्वारा संपादित, बम्बई १९२८ : विजयमूर्ति द्वारा सम्पादित, बम्बई, १९५० : विजयमूर्ति द्वारा सम्पादित, बम्बई, १९५७ : रामबल्लभ सोमाणी, जयपुर, १९८२
४. जैन लेख संग्रह
५. जैन शिलालेख संग्रह-१ ६. जैन शिलालेख संग्रह-२ ७. जैन शिलालेख संग्रह-३ ८. जैन इस्क्रिप्शन्स ऑफ
राजस्थान ९. प्राचीन लेख संग्रह १०. प्रतिष्ठा लेख संग्रह
११ बीकानेर जैन लेख संग्रह
: विद्याविजय द्वारा सम्पादित, भावनगर, १९३९ : उपाध्याय विनयसागर, सुमति सदन, कोटा,
१९५३ : अगरचन्द एवं भंवरलाल नाहटा द्वारा
सम्पादित, कलकत्ता, वी० नि० सं० २४८२ : जी० एच० ओझा द्वारा सम्पादित, अजमेर, १९१८ : सम्पादक दौलतसिंह लोढ़ा, यतीन्द्र साहित्य सदन घामणिया ( मेवाड़), १९५१
१२. भारतीय लिपिमाला
१३. श्री जैन प्रतिमा लेख संग्रह
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