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सन्दर्भग्रन्थ-सूची
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(१०) सूयगडंग सुत्तं प्रथमो भाग, प्राकृत ग्रन्थ परिषद, ग्रन्थांक १९, अहमदाबाद,
(नियुक्ति चूर्णि सहिता) वाराणसी १९७५. (११) त्रिलोकप्रज्ञप्ति तिलोयपण्णत्ती, भाग १, सं० आ० ने० उपाध्ये / हिरालाल जैन,
जीवराज जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक १, शोलापुर १९४३,
पृ० २६४-२६५. (१२) उपदेशमाला (वृत्ति सहिता) (कर्तासंघदास गणी, वृत्तिकर्ता सिद्धर्षि), मूल : सं० मुनिचन्द्रविजय,
मुंबइ १९९१. (१३) धर्मोपदेशमाला विवरण (कर्ता कृष्णर्षिशिष्य जयसिंहसूरि, सिंघी जैन ग्रन्थमाला [ग्रन्थांक
२८] सं. लालचंद्र भगवानदास गांधी, मुंबई १९४९. (१४) प्रवचनसारोद्धार (कर्ता नेमिचन्द्र सूरि), सं० वज्रसेनविजय, अहमदाबाद १९९२,
पृ० १९९.
(५) गुप्तकालीन, अनुगुप्तकालीन और प्राक्-मध्यकालीन आगमेतर साहित्य
(कालक्रमानुसारेण) (१) पउमचरिय
(कर्ता नागेन्द्रकुलीन विमलसूरि), मूल सं० हॅर्मन्न यकॉबी, सं० मुनि पुण्यविजय, प्राकृत ग्रन्थ परिषद, ग्रन्थांक ६,
वाराणसी १९६२, पृ० ११-१२, ३२. (२) वसुदेवहिंडी (वसुदेवचरित) (कर्ता संघदास गणी), सं० मुनि चतुरविजय / मुनि पुण्यविजय,
श्री आत्मानन्द जैन ग्रन्थमाला, रत्न ८०, भावनगर १९३०,
पृ० ३४१. (३) कुवलयमालाकहा (कर्ता उद्योतन सूरि), भाग १, सं० आ० ने० उपाध्ये, सिंधि जैन
शास्त्र शिक्षापीठ, मुंबई १९५९, पृ० ९७. (४) हरिवंशपुराण
(कर्ता पुन्नाटसंघीय जिनसेन), सं० पन्नालाल जैन, ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला, संस्कृत ग्रन्थांक २७, दिल्ली-वाराणसी १९७८, पृ०
१८३, पृ० ११४-११८. (५) आदिपुराण
(कर्ता पञ्चस्तूपान्वयी भगवज्जिनसेन), प्रथम भाग, द्वितीय संस्करण, भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन निर्ग्रन्थमाला, संस्कृत ग्रन्थांक ८,
सं० पन्नालाल जैन, काशी १९६३, पृ० ५४२-५४९. (६) चउपन्नमहापुरिसचरिय (कर्ता निर्वृतिकुलीन शीलाचार्य), सं० पं० अमृतलाल मोहनलाल
भोजक, प्राकृत ग्रन्थ परिषद ग्रन्थाङ्क ३, वाराणसी १९६१.
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