SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 109
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ कन्नड जैन साहित्य का इतिहास साल्व भारत (नेमीश्वरचरिते) रसरत्नाकर वैद्यसांगत्य शारदाविलास चन्द्रप्रभचरिते विश्वविद्यालय मद्रास । अप्रकाशित । - - दोड्डुय्य रामानुज अय्यंगार, महारानी, कालेज, मैसूर । सं०-५० शांतिराज शास्त्री, मैसूर अप्रकाशित । प्रकाशित (पता अज्ञात) अप्रकाशित । नागकुमारचरिते छन्दस्सार रट्टमत विजयकुमारिकथे चन्द्रप्रभषट्पदि सुकुमारचरिते वज्रकुमारचरिते नानार्थरत्नाकर कर्णाटकसंजीवन योगरत्नाकर कर्णाटकशब्दानुशासन बाहुबलि गुणचन्द्र कविरट्ट श्रुतिकीर्ति दोड्डुणांक पारस ब्रह्मकवि देवोत्तमे शृंगारकवि कविशांतरस भट्टाकलंक होसंगडि विण्णाणि, होसंगडि । राजकमल प्रकाशन, बलेपेटे बेंगलूर । धरणिपंडित भाषामंजरी मंजरीमकरंद वरांगनृपचरिते बिज्जलचरिते जीवसंबोधन वरांगचरिते जिनमुनितनय मुनिवंशाभ्युदय राजावलीकथे रामकथावतार बन्धुवर्म जटासिंहनंदि नूतननागचन्द्र चिदानंद देवचंद्र अप्रकाशित । ब्रह्मय्य, होल लकेरे, मैसूर । (ऊपर लिखा गया)। (संस्कृत) अनेक स्थलों में प्रकाशित । अप्रकाशित । - 'मानसगंगोत्री मैसूर विश्वविद्यालय का नाम है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002100
Book TitleJain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 7
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmbalal P Shah
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1981
Total Pages284
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Literature
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy