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( १२ ) इस पुस्तिका के ८ अध्यायों की साथ में विषयानुक्रमणिका भी प्राप्त हुई है। संक्षेप रूप में हम कुछ एक का वर्णन करते हैं जिससे पाठक स्वयं देख सकें कि वह कितनी विज्ञानप्रद है :
प्रथम अध्याय में १२ अधिकरण हैं, यथा :
विमानाधिकरण ( Air-crafts ), वस्त्राधिकरण ( Dresses), मार्गाधिकरण (Routes), आवर्ताधिकरण (Spheres in space), जात्यधिकरण (Various types ) इत्यादि ।
दूसरे अध्याय में भी १२ अधिकरण हैं, यथा:लोहाधिकरण ( Irons metallurgy ), दर्पणाधिकरण ( Mirrors, lenses and optics), शक्त्यधिकरण ( Power mechanics ), तैलाधिकरण ( Fuels, lubrication and paints), वाताधिकरण ( Kinetics ), भाराधिकरण ( Weights, loads, gravitation ), वेगाधिकरण ( Velocities), चक्राधिकरण ( Circuits, gears) इत्यादि । तीसरे अध्याय में १३ अधिकरण हैं, जैसे :कालाधिकरण (Chronology ), संस्काराधिकरण ( Refinery, repairs), प्रकाशाधिकरण ( Lightening and illuminations ), उष्णाधिकरण ( Study of heats), शैत्याधिकरण ( Refrigeration ), आन्दोलनाधिकरण ( Study of oscillations ). तिर्यंचाधिकरण ( Parobobe, conic and angular motions) आदि।
चौथे अध्याय में आकाश (Space ) में विमानों के जो भिन्न-भिन्न मार्ग हैं वे तीसरे सूत्र की शौनकीय वृत्ति या व्याख्या में वर्णित हैं। उन मार्गों की सीमाएँ तथा रेखाओं का वर्णन है। जैसे—लग, वग, हग, लव, लवहग इत्यादि । इसमें भी १२ अधिकरण हैं । ___ पाँचवें अध्याय में १३ अधिकरण ये हैं :
तन्त्राधिकरण( Technology ), विद्युत्प्रसारणाधिकरण (Electric conduction and dispersion ), स्तम्भनाधिकरण ( Accumula
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