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जैन साहित्य का बृहद् इतिहास
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शब्द शरीर शरीर-संपदा शर्करा शर्कराप्रभा शल्य शल्योद्धरण शशबिंदू शशि शकुलीकर्ण शस्त्र शांडिल्य शांतिचंद्र शांतिनाथ शांतिसूरि शाक शाक्य शायिनी शाटियर
Vur rom
पृष्ठ शब्द ५८,७९,६७,९९,३२५ शिला
८४ २२१ शिल्प ८४ शिल्पार्य ६८ शिव
२२, ५५, १३७ ८९ शिवभूति २११ शिवमह
शिवा
शिविका ९० शिशुमार
६१ शिशुमारिका ९१,३०५,३०६ शिष्य ११३ शीघ्रकवित्व
शीतोदक
शीतोदक-कायबूडन ૭૨ शीर्ष छेदन
२२३ १८५ शीर्षप्रहेलिका ११६, ३२९, ३३४
शीर्षप्रहेलिकांग ११६, ३२९, १४३, १४७ शीलवत
२०४ ८५
शुक ७५ शुक्ति
शुक्लपत्र ७ शुद्ध दंत ३२८ शुदवात
७४, ८५ १६९ शुद्वाग्नि
८४ ३८ शुद्धोदक ७, २४, २४८ शुबिंग
१२० १७ शुषिर ५० शूरसेन ८५ शूल ७४ शूलाभेदन
८८
शालघर शालभंजिका शालि शासन शास्त्राराधना शाहबाद হিপ্পা शिक्षाबत शिखंडी
शिखर
शिरीष शिरोवेदना
२२३
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