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जैन साहित्य का बृहद् इतिहास
पृष्ट
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शब्द अभवसिद्धिक अभाषक
अभिगम __अभिगमरुचि ५७ अभिचन्द्र २२३ अभिजित् २४७ अभिवर्धित
अभिषेक सभा २४७ अभ्याहृत
अभ्युद्यत
५२,७८
HT
अभ्र
64
७१
शब्द अनृणदास अनृद्धिप्राप्त भनेकसिद्ध अनेषणीय अन्नजीवी अन्यतर-अशुभ-कुमारण अन्यधार्मिकस्तैन्य अन्यलिङ्गसिद्ध अन्योन्यकारक अपराजित अपरिणत भपरीत्त अपर्यवसितश्रुत अपर्याप्तक अपवरक अपवाद अपानशुद्धि भपामार्ग अपाय : भपार्धावमौदरिक अपावृतक अपावृतद्वारोपाश्रय अकाय अकायिक अप्फोयमंडप अप्रतिपातिक अप्राचीनवात अत्रक अवद्धिय अब्रह्मचर्य अभयकुमार
२४४
२१५
२०७
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८६
८
१०८
८
३५५
अभ्रपटल अभ्रवालुका अभ्रवृक्ष अभ्रावकाश अमरसूरि अमलकप्पा अमात्य अमावस अमृतघोष अम्मड अम्लोदक अयन अयुत अयुतांग अयोध्या अयोमुख अरनाथ अरब अरमईक
२५,२६
२४०
७९,८४
७५
११६,३२९,३३४ ११६,३२९,३३४
२५
३०८
७४
१६९ १३०
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