________________
विषय-वीथि
१४-१६
प्रथम अध्याय : प्रास्ताविक १-४५ १. प्रास्ताविक २. जैन आचार विषयक वाङ्मय ३. मूलाचार
विषय परिचय ४. मूलाचार पर उपलब्ध व्याख्या साहित्य ५. मूलाचार की गाथा संख्या ६. आचार्य कुन्दकुन्द और मूलाचार : समानतायें
(क) मंगलाचरणगत समानता, (ख) विषयकथन की प्रतिज्ञा, (ग) विषयगत समानता, (घ) अन्य
समानतायें, (ङ) उपसंहार विषयक समानता ७. मूलाचार और कुन्दकुन्द के ग्रन्थों में असमानता ८. मूलाचार और षट्खण्डागम की धवला टीका ९. मूलाचार और तिलोय-पण्णत्ति १०. मूलाचार और भगवती आराधना ११. मूलाचार और सर्वार्थसिद्धि १२. मूलाचार और गोम्मटसार १३. मूलाचार और प्रभाचन्द्राचार्य १४. मूलाचार तथा श्वेताम्बर ग्रन्थ
(क) मूलाचार और आवश्यक नियुक्ति, (ख) मूला. चार और पिण्ड नियुक्ति, (ग) मूलाचार और
जीवसमास, (घ) मूलाचार और आतुरप्रत्याख्यान १५. मूलाचार का कर्तृत्व विषयक विवाद
(क) कुन्दकुन्दाचार्यकृत मानने वाले आचार्य और विद्वान्, (ख) मूलाचार को संग्रह ग्रन्थ मानने वाले, (ग) वट्टकेराचार्यकृत मानने वाले, (घ) समीक्षा
एवं निष्कर्ष १६. मूलाचार की मौलिकता और प्राचीनता १७. आचार्यवर्य वदटकेर : व्यक्तित्व और कृतित्व
२४-२९
३०-३९
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org