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परिशिष्ट-अ
* साहित्य एवं अभिलेखों में उल्लिखित जैन भिक्षुणियाँ
(अ) साहित्य में उल्लिखित जैन भिक्षुणियाँ
महावीर - पूर्वकालीन जेन भिक्षुणियाँ
ब्राह्मी - विशे० भा०, १६१२-१३; आव० चू०, प्रथम भाग, पृ० १५२-१५६, २११. सुन्दरी - वही ।
फल्गु – समवायांग, १५७; आव० नि०, २६०.
श्यामा- वही ।
अजिता - वहो ।
काश्यपी - वही । रति - वही | सोमा - वही ।
सुमना -- समवायांग १५७; आव० नि०, २६१.
वारुणी - वही |
सुलसा - वही । धारिणी-वही । धरणी - वही । मेघमाला - वही
।
धरणीधरा - सम० १५७; आ० नि०, २६२.
पद्मा - वही ।
शिवा - वही । शुचि-वही । अंजुका - वही | रक्षिता- वही ।
मल्लि - ज्ञाताधर्मकथा, १1८.
★ जैन एवं बौद्ध भिक्षुणी संघ के इतिहास पर एक स्वतन्त्र ग्रन्थ लेखक द्वारा तैयार किया जा रहा है जो शीघ्र ही प्रकाशित होगा ।
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