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जैन-परंपरा में श्रीकृष्ण साहित्य १०६. हरिवंश पुराण (हस्तलिखित), ले०-शालिवाहन, आगरा ११.. हरिभद्र के प्राकृत साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन
ले०-नेमिचन्द्र शास्त्री । १११. हरिवंश पुराण ले०-आचार्य जिनसेन
सं०-पन्नालाल जैन, प्र०-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९६२ ११२. हिंदी साहित्य का आदिकाल, ले० -डा० हजारीप्रसाद द्विवेदी ११३. हिंदी साहित्य में राधा, ले०-द्वारका प्रसाद मित्तल ११४. हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास
ले० डॉ० रामकुमार वर्मा ११५. हिंदी साहित्य का इतिहास, ले०-आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
प्र०-नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी ११६. हिंदी जैन साहित्य परिशीलन, ले०- नेमिचंद शास्त्री
प्र०-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५६ ११७. हिंदी आदि और मध्यकालीन कृतियां
सं०-डा. गोविन्द रजनीश, प्र.-मंगल प्रकाशन, जयपुर ११८. हिंदी रास काव्य, ले०-डा० हरीश
प्र०-मंगल प्रकाशन, जयपुर ११६. हिंदी और मराठी का वैष्णव साहित्य एक तुलनात्मक अध्ययन
लेखक-डा० न० चि० जोगलेकर
प्रकाशक-जवाहर पुस्तकालय, मथुरा, १९६६ १२०. हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास,ले०-डा० गणपति चंद्र गुप्त
पत्रिकाएं १. अनेकान्त-दिल्ली २. श्रमण-पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ३. अहिंसा दर्शन--अखिल भा० अ० प्रचार संघ, बेंगलोर ४. शोधपत्रिका-वर्ष २६, अंक दो, एप्रिल-जून १९७८
सं० डा. देवीलाल पालीवाल और डा० देव कोठारी
साहित्य संस्थान, राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर ५. जिनवाणी मासिक पत्रिका-जुलाई १९६६
सम्यग्ज्ञान प्रचार मण्डल, जयपुर ६. जैन हितैषी--भाग-११, अंक ७-८
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